- दौसा जिले के लालसोट शहर से 20 किलोमीटर की दूरी पर पहाड़ी की तलहटी में पपलाज माता का प्रमुख मंदिर है
- लालसोट की भूमि सात शक्तिपीठों के लिए जानी जाती है जिसमें पपलाज माता का प्रसिद्ध मंदिर है
- इसके अलावा राजसमंद जिले के खमनोर में भी पपलाज माता का प्रमुख मंदिर है जिसे स्थानीय लोग वडल्या माता भी कहते हैं
- पौराणिक मान्यता के अनुसार पपलाज माता पाताल के राजा वासु को युद्ध में हराकर पृथ्वी पर पहली बार वटवृक्ष (बरगद) को लेकर आई थी
- इस वृक्ष को जिंदा रखने के लिए दूध और दही से सींचा गया था
- खमनोर में स्थित इस मंदिर का जीर्णोद्धार मेवाड़ के शासक अल्लट ने करवाया था
- पपलाज माता का मेला भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की छठ से अष्टमी तक और नवरात्रि में लगता है
- अगर आपको भी अपनी कुलदेवी के बारे में जानकारी है तो प्लीज डिटेल्स हमें बताएं हम उन पर वीडियो बनाने की कोशिश करेंगे
पपलाज माता जी - Shree Paplaj Mata Ji
नवंबर 07, 2023
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श्री पपलाज माताजी जो शांडिल्य गौत्र और मीणा जाति के चंदवाल गौत्र की कुलदेवी है